सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं। मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥ देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ भाल https://shivchalisas.com